Earthquake , seismic waves, focus ,Bhukamp
दोस्तों आज हम आपके लिए Earthquake , seismic waves, focus ,Bhukamp की नोट्स लेकर आए है , जो Competitive exams के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है |
इस Earthquake , seismic waves, focus ,Bhukamp में ऐसे Topics पर फोकस किया गया है जो Competitive exams की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है | इस नोट्स को तैयार करने में विभिन बुक्स का प्रयोग किया गया है जिससे आपको एकदम सही और सटीक जानकारी प्रदान कराई जा सके , और जो आपके Competitive exams के लिए उपयोगी साबित हो |
भूकंप -
भूकंप ,भूपटल की कंपन अथवा लहर है जो धरातल के नीचे अथवा ऊपर चट्टानों के लचीलेपन या गुरुत्वाकर्षण की समस्थिति मे क्षणिक अव्यवस्था होने पर उत्पन्न होती है |
विज्ञान की वह शाखा जिसमे भूकंपीय लहरों का अध्ययन किया जाता है भूकंप विज्ञान या seismology कहलाता है
भूकंप की तीव्रता मापने का यंत्र - seismograph
पैमाना - रिएक्टर स्केल
भूकंप मूल या फोकस -
जहां भूकंप का कंपन प्रारंभ होता है
भूकंप केंद्र या अभिकेंद्र-
जहां भूकंपीय लहरों का अनुभव सबसे पहले किया जाता है |
भूकंप के दौरान भूकंप मूल से जो ऊर्जा विमुक्त होती है उसे प्रत्यास्थ ऊर्जा कहते है तथा भूकंप के दौरान जो तरंगे उत्पन्न होती है उसे भूकंपीय लहरें कहते है |
भूकंपीय लहरें मुख्यतः तीन प्रकार की होती है |
1. प्राथमिक या संपीडनात्मक या p तरंगें (primary waves )-
वेग 8-14 km /सेकंड , ये ठोस द्रव तथा गैस तीनों में चल सकती है , केवल यही तरंगें पृथ्वी के केंद्र को पार कर सकती है |
2. अनुप्रस्थ तरंगें या आड़ी या s waves (transverse wave)-
वेग 4-6 km / सेकंड , ये तरंगें p wave के बाद प्रकट होती है इसलिए इन्हें secondary wave भी कहा जाता है , ये तरल पदार्थ से हो के नहीं गुजर पाती है |
3. धरातलीय लहरें (long waves)-
वेग 3 km/सेकंड ,ये तरंगे अधिकेन्द्र पर सबसे बाद मे पहुचती है क्योंकि इनका वेग सबसे कम होता है और भ्रमण पूरे पृथ्वी के धरातल पर होता है इसलिए इनको लंबी अवधि लहरें भी कहा जाता है इनका प्रभाव जल और थल दोनों पे होता है इसलिए ये सर्वाधिक विनाशकारी होती है |